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 दिलीप जायसवाल ने ट्रस्ट एक्ट का उल्लंघन कर 25 वर्षों से किया MGM कॉलेज पर अवैध कब्जा, इस्तीफे की मांग

दिलीप जायसवाल ने ट्रस्ट एक्ट का उल्लंघन कर 25 वर्षों से किया MGM कॉलेज पर अवैध कब्जा, इस्तीफे की मांग



जन सुराज के जिला संगठन पदाधिकारियों ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने माता गुजरी मेडिकल कॉलेज (MGM), किशनगंज पर पिछले 25 वर्षों से ट्रस्ट एक्ट और रजिस्ट्रेशन एक्ट का उल्लंघन कर कब्जा कर रखा है। संगठन ने मांग की कि जायसवाल को तत्काल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहिए। जिला अध्यक्ष उत्तम कुमार ने बताया कि कॉलेज के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह थे और उनके बाद उनके पुत्र करतार सिंह और गुरुदयाल सिंह को ट्रस्टी बनाया गया था।

लेकिन दिलीप जायसवाल ने ट्रस्ट की मूल संरचना को तोड़ते हुए धोखे से दोनों ट्रस्टियों को बाहर कर खुद को डायरेक्टर बना लिया, जबकि एक समय वे उसी कॉलेज में क्लर्क की भूमिका में थे। जिला मुख्य प्रवक्ता डॉ अरुण कुमार ने आरोप लगाया कि जायसवाल ने 50 से अधिक नेताओं और अधिकारियों के परिवार के बच्चों को मैनेजमेंट कोटे से MBBS में दाखिला दिलवाया, जिससे यह साफ है कि कॉलेज को व्यक्तिगत और राजनीतिक हितों के लिए इस्तेमाल किया गया।

जिला महासचिव सत्येंद्र कुशवाहा ने एक और सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि राजेश साह हत्याकांड में जिस पुलिस अफसर ने दिलीप जायसवाल को क्लीन चिट दी, उनकी पत्नी ने भी MGM कॉलेज से MBBS की डिग्री ली। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि इस पूरे मामले में राजद की भी बराबर की भूमिका रही, क्योंकि जायसवाल को कॉलेज पर कब्जा दिलवाने की शुरुआत राबड़ी देवी के शासनकाल में हुई और राजद ने कभी इसका विरोध नहीं किया। जन सुराज नेता रूपेश सिंह ने कॉलेज को इसके वास्तविक मालिक सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार को लौटाने, राजेश साह हत्याकांड की दोबारा निष्पक्ष जांच और दिलीप जायसवाल से इस्तीफे की मांग की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला अध्यक्ष उत्तम कुमार, मुख्य प्रवक्ता डॉ अरुण कुमार, महासचिव सत्येंद्र कुशवाहा और रूपेश सिंह मौजूद रहे।


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