
कोरोना की चपेट में पशु भी आए नहीं मिल रहा
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कोरोना की चपेट में पशु भी आए
नहीं मिल रहा है चारा
पशुपालकों को दुध बेचने में हो रही समस्या
शहर में पशु का चारा, चुन्नी, खल्ली, चोकर का बढ़ा बेहताशा दाम
जमुई।आकाश राजकोरोना की चपेट में जिले के पशु भी आ गए है। पशुओं को नहीं मिल रहा समय पर चारा। चारा नहीं मिलने पर पशुपालकों को दुध बेचने में समस्या बन गई है। शहर में पशु का चारा, चुन्नी, खल्ली, चोकर का दाम काफी बढ़ चुका है। कोरोना के चलते पूरे देश में लाक डाउन हुए छह दिन बीत गए है। छह दिन से आम जनजीवन के साथ साथ पशुओं को भी काफी परेशानी हो रही है। पशु का चारा, चुन्नी, खल्ली, चोकर की बढ़ती दाम से जहां किसान परेशान है जिसके कारण मवेशियों को सही ढ़ंग से खाना उपलब्ध नहीं हो रहा है। अब आम लोगों के साथ साथ बेजुबान जानवर पर इसका प्रतिकुल असर पड़ रहा है। होटल, रेस्टहाउस व सब्जी मंडी बंद होने के कारण शहर में घूम रहे दर्जनों मवेशियों को भी खाना नहीं मिल पा रहा है। बाजार पूरी तरह से बंद हो गई है। होटल में बचे जुठन खाकर जहां पशु अपना पेट भर लेते थे वहीं आज उनकी दशा दयनिय हो रही है। वहीं दूसरी ओर सड़क पर आवागमन बंद होने के कारण गांव देहात से ठेला पर आ रही धान की लेबारी काफी कम आती है जिसके कारण धान की कुट्टी की दामों में काफी वृद्धि हो गयी है। जो कुट्टी कोरोना से पहले 7 रुपये प्रतिकिलो मिलता था अब ग्यारह से बारह रुपये बिक रहा है। वहीं चोकर की दामों में भी काफी वृद्धि हुई है। कोरोना से पहले जो चोकर 990 रुपये में 50 किलो मिलता था वहीं कोरोना बीमारी के बाद 13 सौ से 14 सौ रुपये में पचास किलो मिल रहा है। यही हाल खल्ली और चुन्नी का भी है। इदपै के किसान रामानन्द सिंह, खैरा प्रखंड के हरणी के त्रिपुरारी तांती, टुनटुन तांती आदि ने बताया कि मवेशी के चारा सहित हर सामान के दाम में काफी वृद्धि हुई है।
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