
संत नारायण गुरू की स्मृति में पौधारोपण, पर्यावरण संरक्षण का संदेश
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जयशंकर नगर स्थित बोधवन तालाब परिसर आज एक विशेष आयोजन का गवाह बना। समाज सुधारक संत नारायण गुरू की पुण्य स्मृति और पितृ पक्ष के अवसर पर पर्यावरण भारती द्वारा देव वृक्ष पीपल का पौधारोपण किया गया। पौधारोपण कार्यक्रम का नेतृत्व पर्यावरण प्रहरी संदीप कुमार सिंह ने किया। संस्थापक राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि भारतीय संस्कृति में वृक्षों को देव स्वरूप मानकर वंदन-पूजन की परंपरा रही है, किंतु आधुनिक काल में अंधाधुंध कटाई के कारण पर्यावरण असंतुलन और प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने सभी से अपील की कि पूर्वजों की स्मृति में पीपल, बरगद, गूलर, पाकड़ जैसे देव वृक्षों का रोपण अवश्य करें। शाण्डिल्य ने संत नारायण गुरू के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ सामाजिक सुधार का आंदोलन छेड़ा था।
अरूविप्पुरम में निर्मित उनका मंदिर बिना भेदभाव के पूजा की परंपरा का प्रतीक है। महात्मा गांधी ने भी उनके विचारों को सराहा था। उनका संदेश था। सभी मनुष्यों के लिए एक जाति, एक धर्म और एक ईश्वर। इस मौके पर पर्यावरण भारती से जुड़े अनेक लोग उपस्थित रहे, जिनमें गोपाल भारद्वाज, अंकित पंडित, आशीष कुमार, गोलू कुमार, आयुष कुमार, अंकुश कुमार, सूर्य यादव और आलोक यादव प्रमुख थे।
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