-->
 वक़्फ़ संशोधन कानून संविधान में प्रदत धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है- बाबू साहब सिंह

वक़्फ़ संशोधन कानून संविधान में प्रदत धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है- बाबू साहब सिंह



वक़्फ़ संशोधन कानून को रद्द करने के सवाल को लेकर  भाकपा माले और इंसाफ मंच के संयुक्त आह्ववान पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम के तहत जमूई कचहरी चौक स्थिति अम्बेडकर मूर्ति के समक्ष धरना दिया गया धरना की शुरुआत कश्मीर के पहलगाम में हुए आंतकी हमलों में मारे गए पर्यटकों को एक मिनट के मौन रखकर श्रद्धांजलि देकर किया गया धरना की अध्यक्षता इंसाफ मंच के जिला संयोजक सलीम अंसारी ने किया वही मंच संचालन मोहम्द हैदर ने किया अध्यक्ष करते हुए मोहम्द सलीम अंसारी ने कहा कि वक़्फ़ संशोधन बिल गैरसंवेधानिक है इसकी जितनी भी मजम्मत किया जाय वह भी कम है वही धरना को सम्बोधित करते हुए माले नेता बाबू साहब सिंह ने कहा कि वक़्फ़ संशोधन कानून वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने के बजाय मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और सामाजिक स्वतंत्रता पर हमला है। जबकि 2006 की न्यायमूर्ति रॉर्जदर सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में माना था कि वक्फ सामाजिक-धार्मिक संस्थान है जो कल्याणकारी गतिविधियों में लगे हुए हैं. रिपोर्ट ने वक्फ बोर्ड को पर्याप्त आर्थिक और कानूनी सहयोग के जरिये इन्हें प्रतिक तौर पर मजबूत किये जाने की जरूरत पर बल दिया था.लेकिन मोदी सरकार वक़्फ़ संशोधन कानून लागू कर और गैर मुस्लिम सदस्यों को वक़्फ़ बोर्ड़ में शामिल करने का प्रबधान करता है यह किसी भी कानून अप्रत्याशित कदम है जो जानबूझ कर मुस्लिमो को उनके संसाधनों के नियंत्रण से वंचित करता है वही मनोज कुमार पांडये ने कहा कि धरनार्थीयो का माँग जाजय है सरकार देश मे नफरत और विभाजन करना चाहती है हम इस साप्रदायिक विभाजन करी वक़्फ़ कानून को वापस लेने का माँग करता है मौके पर मोहम्द हैदर,अजीम अंसारी,मुनव्वर अंसारी इजरेल अंसारी,ब्रमदेव ठाकुर, संजय अनुरागी,ब्रमदेव ठाकुर संजय रॉय मतला मरांडी,प्रदीप मंडल,किरण गुप्ता,संगीत देवी,बुधन हेम्ब्रम,खूबलाल राणा

0 Response to " वक़्फ़ संशोधन कानून संविधान में प्रदत धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है- बाबू साहब सिंह"

Post a Comment

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article