
साइबर ठगी मामले में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
शुक्रवार को 112 नंबर की पुलिस को सूचना मिली की कुछ संदिग्ध व्यक्ति श्री राम अपार्टमेन्ट में साइबर फॉड का काम कर रहे है। ERSS DIAL-112 के टीम के द्वारा साइबर थाना को सूचित किया गया, उक्त सूचना को साईबर मानासह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के द्वारा इस संबंध में पुलिस महोदय को सूचित किया गया एवं पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशानुसार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सह थानाध्यक्ष जमुई साइबर थाना, जमुई के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया जिनमें जिला सूचना इकाई के कर्मों साइबर थाना के पुलिस पदाधिकरी / कर्मी एवं नगर थाना जमुई के पदाधिकारी / कमी सामिल अनुप सदर के द्वारा पुलिस अधीक्षक महोदय के दिये गये निर्देश के आलोक में आवश्यक निर्देश दिया गया और में उक्त पदाधिकारी एवं कर्मी के साथ छापामारी की गयी जिसमें पाँच साईवर फाटी तीसगढ़ से जमुई संगठित साईबर फाड करने के उद्देश्य से आये हुये थे उनको गिरफ्तार किया गया तथा इन सबों के पास से पन्द्रह 15 मोबाइल, तीन (03) लेपटॉप, 4. चेकबुक 5. 11 पासबुक, 06. 14 एण्टी०एम० तथा करीब 19 लाख रूपये, विभिन्न खातों में पाये गये, जिसे फिज करने हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय आर्थिक अपराध ईकाई के माध्यम से संबंधित बैंक को निर्देशित किया गया है। अनुसंधान के कम में यह ज्ञात हुआ है कि अभियुक्तों के द्वारा इनके हेड ऑफिस जिसका नाम Michael rdy chat और मो० नं० +1 (567) 2831507 (country code U.S.A) Reddy Book withdrawal mob.no.+447520641934 ( country code U.K) से काम बाले मोबाईल एवं भाजे पे लिये गये बैंक एकाउण्ट में कस्टमर / प्लेयर के द्वारा दिये गये ऑनलाईन आईडी फी का पैसा आता था withdrawal mob.no.+447520641934 country code U.K) से काम वाले मोबाईल एवं माडे पे लिये गये बैंक एकाउण्ट में कस्टमर / प्लेयर के द्वारा दिये गये ऑनलाईन आईडी की का पैसा आता था। माईकल रेडी के सहयोगी अनिल साथ साध्यक्षिणी हनुमान मंदिर कैम्प-1 शारवी चौक मिलाई थाना छावनी जिला दुर्ग राज्य छत्तीसगढ़ के कहने पर ही ये लोग यह काम शुरू किये। पैमेंट इनलोगो के मोबाईल एवं एकाउण्ट में जब रिसीब हो जाता था तो इनलोगो से कन्फरमेशन लिया जाता था। फिर कस्टमर / प्लेयर को हमलोगो के पास उपलब्ध काम वाला नंबर दिया जाता था फिर इनलोगो के द्वारा कस्टमर / प्लेयर को आई०डी० और पासवर्ड उपलब्ध कराया जाता था। फिर उसी आई०डी० से कस्टमर / प्लेयर गेम प्ले करते थे हारने पर पैसा कम्पनी को जाता था तथा कस्टमर / प्लेयर के जीवन पर पैसा उनके एकाउण्ट में दिया जाता था। कई बार जीत की रकम ज्यादा होने पर कस्टमर / प्लेयर के कहने पर उन्हें कैस हवाला के माध्यम से उनके बताये गये जगह पर हैड ऑफिस से उपलब्ध कराया जाता था। हमलोग कस्टमर / प्लेयर से बात करके उनका लोकेशन और मोबाईल नंबर हेड ऑफिस को बताते थे। उसके बाद हे ऑफिस उन्हें हवाला के माध्यम से जीत की राशि उपलब्ध कराते थे। इनलोगो के पास उपलब्ध खाते मे कस्टमर / प्लेयर का जितना पैसा आता था उसमें से सैलेरी की राशि रखकर बाकी रकम हेड ऑफिस को उनके बताये गये एकाउण्ट नंबर तथा उनके द्वारा बताये गये ELOXY WALLET में भेजते थे। कई बार हेड ऑफिस के कहने पर कस्टमर / प्लेयर को जीत की राशि दी जाती थी। अभी तक इनलोगो के द्वारा ऑनलाईन गेमिंग का लगभग 50 लाख की राशि का लेन देन किया गया है। इस प्रकार इनके द्वारा अनाधिकृत वेबसाईट पर अनाधिकृत आनलाईन गेमिंग के माध्यम से आम जनता को प्रलोभन देते हुए सुनियोजित रूप से ऑनलाईन गेम / हवाला के माध्यम से काले धन का आदान प्रदान तथा फर्जी सिम एवं फर्जी खाता का प्रयोग कर रूपये की ठगी करने का गैर कानुनी कृत किया जाता रहा है। वही साइबर ठगी मामले के दौरान एसडीपीओ डॉक्टर राकेश कुमार के द्वारा सभी मकान मालिकों से अपील किया गया कि अगर आप किराए पर मकान लगाते हैं तो भाड़े द्वारका आधार कार्ड या जरूरी दस्तावेज को थाना में जाकर जांच करवा लें जिससे कि अगर किसी भी प्रकार का घटना घटी है और आपके द्वारा दस्तावेज की जांच नहीं करवाई गई होगी तो मकान मालिक पर कानूनी तौर पर कार्रवाई की जाएगी
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