
दूसरे राज्य में फंसे मजदूरों को घर लाने की उठी मांग
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दूसरे राज्य में फंसे मजदूरों को घर लाने की उठी मांग
सुन्नी उलेमा बोर्ड के सदस्यों की हुई बैठक
जमुई।आकाश राजशनिवार को सुन्नी उलेमा बोर्ड के सदस्यों की एक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता बोर्ड के जिला सचिव जियाउल रसूल गफ्फारी ने की। बैठक में जिले के विभिन्न प्रखंडों के मजदूर जो विभिन्न प्रदेशों में फंसे है उन्हें अपने घर लौटने का इंतजार कर रहे है। बैठक में कहा गया कि इस लॉक डाउन में उक्त सभी लोग भूखे-प्यासे अपना जीवन यापन करने पर मजबूर है। बोर्ड के लोगों ने इस बुरी परिस्थिति को देखते हुए उक्त सभी प्रदेशियों को अपने घर लाने की गुहार की है। बैठक के माध्यम से बताया गया कि जिले के लगभग 10 हजार लोग फिलवक्त देश के विभिन्न राज्यों में फंसे हुए है। बोर्ड के सदस्य उन सभी लोगों का डाटा जमा कर रही है। डाटा जमा करने के उपरांत उक्त डाटा जिला प्रशासन को सौंपने की बात कहीं गई है। उन्होंने कहा कि इन मजदूरों का ना तो सरकार के पास डाटा होता है और न ही जिस राज्य में वह काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा किये गए घोषणा में कहा गया है कि बिहार के जितने भी मजदूर दूसरे राज्य में फंसे हुए है उनको बिहार नहीं लाया जाएगा। इस घोषणा का बोर्ड ने निंदा करते हुए कहा है कि मजदूरों को दूसरे राज्य में सरकार मौत के मुंह में छोड़ रही है। उन्होंने मुख्मंत्री से अपने फैसले पर विचार करने का मांग बोर्ड के सदस्यों ने की है। साथ ही दूसरे राज्य में फंसे मजदूरों को घर लाने की मांग किया है। बैठक में मो. सिवगतुल्लाह, हाफिज कमाल, मोइनुल कादरी, मौलाना जाकिर, हाफिज ताजीम, मौलाना मेराज, हसन अखलाक, मौलाना सेराज, मौलाना शमशीर रजा, नैय्यर खान, अफताब खान, मो. एहतशाम खान, मो. कल्लू सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
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