
सीएए-एनआरसी और एनपीआर आंदोलन को भाकपा माले ने दिया समर्थन
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आढ़ा में चल रहे सीएए-एनआरसी और एनपीआर आंदोलन को भाकपा माले ने दिया समर्थन
जमुई । आकाश राजनागरिकता कानून के खिलाफ 26 जनवरी से आढा में चल रहे संविधान बचाओ, देश बचाओ नागरिकता बचाओ आंदोलन के 11वें दिन आंदोलन को भाकपा माले ने समर्थन किया । मौके पर धरना सभा को सम्बोधित करते भाकपा माले के जिला सचिव शम्भू शरण सिंह ने कहा कि केंद्र में बैठी मोदी सरकार संविधान और नागरिक विरोधी है। देश में सीएए-एनआरसी और एनपीआर जैसे काले कानून थोपे गए हैं । इस कानून से ज्यादा बिहार और बंगाल के लोग प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग जगे हुए हैं वे लड़ रहे हैं और हमें सोए हुए लोगों को भी जगाना है। बिहार के नीतीश कुमार को कुर्सी कुमार बताते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश भाजपा की बी टीम हैं। उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि भाजपा और आरएसएस का असली निशाना देश का सविंधान है। आज देश भीषण आर्थिक मंदी की चपेट में है। एनआरसी- सीएए- एनपीआर का पूरा मामला देश की जनता के जीवन से जुड़े सम्पूर्ण मुददों पर पर्दा डालने का काम कर रहा है । इसी दौर में सस्ती शिक्षा व रोजगार की मांग कर रहे छात्र नौजवानों पर पुलिस से हमले करवाया जा रहा है ।
भाकपा माले के छात्र संगठन आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब ने कहा कि मोदी सरकार महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कालाधन, गिरती अर्थव्यवस्था आदि से ध्यान भटकाने के लिए जनता के बीच जानबूझकर भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है। एक तरफ सदन में कहते हैं एनआरसी लाएंगे और दूसरे रामलीला मैदान में कहते हैं एनआरसी नहीं लाएंगे। सरकार जानबूझकर शाहीनबाग के आंदोलन को बदनाम कर रही है। सरकार को जबाब देते हुए देश की जनता ने देश में सैकड़ों शाहीन बाग तैयार कर लिए। मौके पर फैयाज अहमद ने भी सभा को सम्बोधित किया । धरने पर सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे ।
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