
बाल विकास परियोजना अंतर्गत दी जा रही सेवाओं वह योजनाओं में लापरवाही को लेकर डीएम ने लगाई फटकार
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शुक्रवार को जिलाधिकारी जमुई अभिलाषा शर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय परिसर अवस्थित सभा कक्ष में जिले में बाल विकास परियोजना के तहत संचालित सेवाओं एवं योजनाओं की मासिक समीक्षा बैठक हुई। बैठक में डीपीओ आईसीडीएस, परियोजनास्तरीय सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिकायें उपस्थित थीं । बैठक में सर्वप्रथम विगत बैठक में दिए गए निर्देशों की समीक्षा की गयी। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों का जांच मानक के अनुरूप नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण सही-सही डाटा उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
जिलाधिकारी ने सीडीपीओ चकाई को फोन पर फटकार लगाई और उनसे स्पष्टीकरण मांगा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को गलत जानकारी देना अनुशासनहीनता है और भविष्य में ऐसी गलती पर शासन स्तर पर कार्रवाई की जाएगी. इसके अतिरिक्त, उन्होंने डीपीओ को भी क्योंकि आंगनबाड़ी केंद्र पर प्रतिशत वृद्धि में प्रगति नहीं होने के कारण फटकार लगाई । इसमें जिलाधिकारी महोदया ने आंगनवाड़ी केंद्रों को राशन वितरण एवं अन्य सम्बंधित कार्यों में लापरवाही बरतने पर सीडीपीओ तथा महिला पर्यंवेक्षक को फटकार लगाई। लापरवाह बरतने पर आंगनबाड़ी, मुख्य सेविका और सहायिकाओं को सेवा समाप्त करने की चेतावनी दी। जिलाधिकारी महोदया ने डीपीओ को निर्देश दिया कि वह प्रतिदिन प्रतिवेदन को क्रास जांच करे। उन्होंने इस संबंध में कड़ा संज्ञान लिया है एवं सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं को चेतावनी दी है कि केंद्र की जांच उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए. केंद्रो में पोषाहार का वितरण, बच्चों का पठन-पाठन, टीएचआर का वितरण ससमय पर एवं सही मानक के अनुरूप किया जा रहा है कि नहीं, यह सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेवारी है।
आगे इसमें शिथिलता पाये जाने पर दोषी महिला पर्यवेक्षिकाएं कार्रवाई के लिए तैयार रहेंगे। बैठक में पाया गया कि कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल एवं शौचालय की समस्या है, जिसके लिए उन्होंने चिंता जाहिर की। सभी सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षकाओं को निर्देश दिया गया कि जल्द से जल्द सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर शौचालय का निर्माण एवं पेयजल के लिए चापाकल अथवा नल-जल का कनेक्शन निश्चित रूप से सुनिश्चित करायेंगी। इस दरमियान आंगनबाड़ी केंद्रों पर विद्युत आपूर्ति की समीक्षा की गयी और कहा कि विद्युत अभियंता से समन्वय स्थापित कर करायें । बताया गया कि कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्मार्ट मीटर लगा दिया गया है परंतु बिजली पोल से कनेक्शन नहीं दिया गया है, जिसके कारण केंद्रों पर बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
सभी सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्रों के विद्युत संचरण अभियंताओं से समन्वय स्थापित कर इसे तुरंत पूर्ण कराना सुनिश्चित करेंगे।उन्होंने कहा कि कार्य में शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आईसीडीएस के तहत पोषण सहित अन्य कार्यो में शिथिलता बरतने पर मुख्य सेविका को जल्द से जल्द ही कार्यवृत्ति में सुधार लाने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना में जिला की स्थिति सराहनीय है।आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार का वितरण किया जा रहा है परंतु उसी दिन डाटा का विभागीय सॉफ्टवेयर पर अपलोड नहीं किया जा रहा है, जिसके लिए खेद व्यक्त करते हुए जिला पदाधिकारी महोदया ने सभी महिला पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया कि प्रतिदिन कम से कम पांच आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच करेंगी तथा सेविकाओं द्वारा वितरित टीएचआर का डाटा अपलोड करना सुनिश्चित करेंगी। अन्यथा सेविकाओं के साथ-साथ संबंधित महिला पर्यवेक्षकों के विरुद्ध भी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने उपस्थित सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं को निर्देश दिया गया कि जिस सेविका द्वारा प्रतिदिन टीएचआर का डाटा अपलोड नहीं किया जाता है उनसे स्पष्टीकरण कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की अनुशंसा करें ।
सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं को निर्देश दिया कि आंगनबाड़ी सेविका गृह भ्रमण कर रही है अथवा नहीं, इसका भी अनुश्रवण कराना सुनिश्चित करेंगे ।वहीं डीपीओ आइसीडीएस को निर्देश दिया गया कि सभी परियोजना में पंचायत वार महिला पर्यवेक्षिकाओं का उपलब्धि प्रतिवेदन तैयार किया जाए तथा जिनका वर्क परफॉर्मेंस खराब है उनके विरुद्ध कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगी। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का वेट मशीन उपलब्ध है उसमें बैटरी उपलब्ध है या नहीं इसका भी अनुश्रवण महिला पर्यवेक्षिका करेंगी। सभी महिला पर्यवेक्षिका को प्रत्येक माह में अति कुपोषित कैटेगरी के बच्चों एनआरसी में भेजने का निर्देश दिया। आंगनबाड़ी केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगने वाले गर्भवती महिलाओं के जांच शिविर का जांच उसमें स्वास्थ्य विभाग के डाटा के अनुसार सभी महिला का जांच हो तथा दोनों का डाटा में एकरूपता रहे इसके लिए आपस में समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया। बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया गया कि सभी महिला पर्यवेक्षिका को अनुश्रवण अच्छे से करे अन्यथा कार्रवाई की जायेगी।
जिले में पोषण स्वास्थ्य एवं पठन-पाठन को बेहतर बनाने के लिए भी बाल विकास एवं बाल संरक्षण, सुरक्षित मातृत्व से जुड़े सभी योजनाओं के निरंतर समीक्षा की जा रही है। बैठक में अपर समाहर्ता, डीपीओ आईसीडीएस, सभी प्रखंडों के सीडीपीओ समेत अन्य उपस्थिति रहे l
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