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जिसे मिलना चाहिए था दंड, उसे मिला पुराने पद

जिसे मिलना चाहिए था दंड, उसे मिला पुराने पद



शनिवार को जिला शिक्षा विभाग कार्यालय के समक्ष चकाई के करीब 100 से अधिक टीचर भ्रष्टाचार में दोषी पाए जाने वाले शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग को लेकर दिन भर धरना पर बैठे रहे। जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय की ग्रिल बंद रही दूसरे गेट से अधिकारियों का चला काम। शिक्षकों चिन्हित विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर आरोप लगाते हुए कहा कि चिन्हित विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा मानसिक, आर्थिक दोहन किया जाता है। हम लोग प्रधानाध्यापक के रवैया से परेशान हैं। धरना पर बैठे सुनील कुमार यादव, मनोज कुमार, मनोज कुमार यादव ने कहा कि चिन्हित विद्यालय के प्रधानाध्यापक की संपत्ति इडी से जांच की जाए। भूदेव दास ने बताया कि प्रधानाचार्य गाली गलौज करते हैं।अपमानित करते हैं। किसी काम को विलंब कर भया दोहन करना। अबसेंटी को फेंक देना, हर काम को पैसा लेने का आरोप है। हेलन हेंब्रम, वीरेंद्र प्रसाद रावत, रेखा कुमारी, हेंब्रम अवधेश कुमार, अनिता, नारायण दास, वीरेंद्र कुमार, सिल्वेस्टर टूडू , सत्येंद्र सिंह, रविंद्र कुमार भारती, रविंद्र कुमार, मो मुजाहिद, रोजमेरी हेंब्रम ने कहां की जमुई जिला अंतर्गत चकाई प्रखंड के 50 से ज्यादा नियमित शिक्षकों के द्वारा लक्ष्मी प्रसाद मोदी प्रधानाध्यापक चिन्हित आदर्श मध्य विद्यालय जमुई के भ्रष्टाचारी रवैए से परेशान होकर अनुमंडल पदाधिकारी जमुई को एक परिवाद पत्र दिया गया था। अनुमंडल पदाधिकारी ने लगे आरोपों की जांच की तथा सत्य पाया ।

जांच पदाधिकारी ने अपने अनुसंधान में मोदी द्वारा की गई वित्तीय अनियमितता भ्रष्टाचारी मनमाने तरीके से शिक्षकों की वार्षिक वृद्धि तथा वेतन रोकने, चालू करने, शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करने का दोषी पाया साथ ही सुल्तान अहमद नाम के एक ऐसे शिक्षक को भी वेतन भुगतान करते हुए पकड़ा जो जमुई तथा भागलपुर दोनों जगह एक साथ नौकरी कर रहा था। शिक्षकों ने कहा कि मोदी पर कार्रवाई की अनुशंसा के साथ अनुमंडल पदाधिकारी को समर्पित जांच प्रतिवेदन अनुमंडल पदाधिकारी के पत्रांक 1260 दिनांक 22,7,2022 द्वारा अग्रेतर कार्रवाई हेतु जिला पदाधिकारी जमुई को समर्पित किया गया था। जिसे दिनांक 23 ,7,20 22 को कार्यालय में भी पेश किया गया। कार्यपालक पदाधिकारी की जांच प्रतिवेदन को दिए हुए लगभग 7 महीना बीत जाने के बाद भी शिक्षा विभाग उदासीन है तथा मोदी के पैसे और प्रभाव में विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिस व्यक्ति को सेवा से च्युत कर देना चाहिए वह क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक कार्यालय को अपने प्रभाव में लेकर उक्त कार्यालय के ज्ञापांक 209 दिनांक 28 फरवरी 2022 द्वारा पुनह चिन्हित विद्यालय के प्रधानाध्यापक के रूप में सभी शिक्षकों की स्थापना का काम करने के लिए अपने आप को अधिकृत करवा लेता है। शिक्षकों ने कहा कि उनके आतंक से हम सभी शिक्षक अत्यंत भयभीत हैं। हम लोगों को पुनः परेशान किया जाएगा। शिक्षकों ने कहा कि हमें ऐसे शिक्षक से मुक्त किया जाए क्योंकि हम 30 दिन काम करते हैं जो पैसे मिलते हैं उस पैसे से परिवार चलाने के बजाय चिन्हित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को देना पड़ता है जिससे हमें काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। धरना पर मनोज कुमार रविंद्र कुमार भारती कुमारी रेखा सिन्हा अनिल कुमार राम सहित सैकड़ों की संख्या में शिक्षक उपस्थित थे।

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