
दिव्यांग सीमा ने टैबलट से पढ़ना शुरू किया।
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जमुई जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत फतेहपुर गांव निवासी खिरन मांझी और बेबी देवी की लाड़ली दिव्यांग बिटिया सीमा ने टैबलेट से पढ़ना - लिखना शुरू कर दिया है। सरकारी पाठशाला की तीसरी कक्षा की छात्रा सीमा ने टैबलेट की शक्ल में दिखने वाले स्लेट पर ए बी सी डी .... के साथ पहाड़ा का अभ्यास किया और उसे आत्मसात कर शिक्षकों को अचंभित कर दिया।
सर्वविदित है कि जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने सीमा की प्रतिभा को सलाम करते हुए उसे बीते दिनों टैबलेट मुहैया कराया था। डीएम ने मौके पर कहा कि डिवाइस रूपी इस स्लेट की मदद से सीमा सुगमता के साथ पढ़ - लिख सकेगी। उन्होंने उसमें पढ़ने - लिखने की भूख रहने की बात - बताते हुए कहा कि इसके जरिए उसकी शिक्षा की क्षुधा शांत होगी और वह तेजी विषयों को आत्मसात कर सकेगी। डीएम ने सीमा को प्रतिभाशाली बिटिया करार देते हुए कहा कि आज के अत्याधुनिक युग में उसे डिजिटाइज्ड एजुकेशन की सुविधा दिया जाना आवश्यक ही नहीं वरन अनिवार्य है। उन्होंने टैबलेट रूपी डिवाइस स्लेट से सीमा को कठिन अभ्यासों को सीखने में सहूलियत होने की जानकारी देते हुए कहा कि उसमें उच्च तकनीकी शिक्षा विकसित करना उनका सपना है जिसे साकार करने के लिए वह पंख लगा रही है। गौरतलब है कि सीमा में पढ़ने - लिखने का जुनून और जज्बा है। दिव्यांगता के बावजूद वह एक ही पैर से प्रतिदिन पाठशाला जाती है और एकाग्रचित्त होकर विषयों का अध्ययन करती है। वह विद्यालय जाने के लिए सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। जिला प्रशासन ने उसकी इच्छाशक्ति को सैल्ल्युट करते हुए उसे बीते दिनों कृत्रिम पैर उपलब्ध कराया था। अब डीएम की खास पहल पर भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम कानपुर ने उसे बेहतर गुणवत्ता वाला कृत्रिम पैर मुफ्त में लगाने का ऐलान किया है। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने भी सीमा का हौसला अफजाई करते हुए टीम भेजकर उसके पैर की नाप ली और उसे शीघ्र ही अत्याधुनिक कृत्रिम गोड़ दिए जाने का आश्वासन दिया है।
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