
बाल श्रमिकों को मुख्यधारा से जोड़ने की पहल
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बाल श्रमिकों को मुख्यधारा से जोड़ने की पहल
कार्यशाला मेंलोगों ने साझा किए अपने विचार
जिले में बाल श्रमिकों के आकलन को होगा सांख्यिकीय सर्वे
जिला प्रशासन के प्रयासों से बाल मजदूरों की संख्या में कमी आयी3 राज्यों में बाल श्रमिकों की स्थिति का आकलन कर होगी पहल
16 देशों के बाल श्रमिकों को स्थिति सुधारने पर हो रहा काम
जमुई । आकाश राज
संविधान ने सबको गरिमा के साथ जीने का अधिकार दिया है लेकिन आजादी के 70 साल बीतने को हैं। समाज में बाल मजदूरी की समस्या व्याप्त है। बच्चों के अधिकार को सुरक्षित तो किया गया है लेकिन आर्थिक और सामाजिक रुप से पिछड़े वर्ग के बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में सिविल सोसाइटी को जागरुक होकर बाल श्रम को मजबूर हुए बच्चों के लिए काम करना होगा। जी एल नरसिंहम ने अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन, नई दिल्ली के सौजन्य से जनहित विकास समिति के बैनर तले आयोजित कार्यशाला में ये बातें कही। उन्होंने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन के प्रयासों से बाल मजदूरों की संख्या में कमी आयी है लेकिन अब भी बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने बाल मजदूरी से मुक्त कराए गए बच्चों के पुनर्वास में आ रही समस्याओं को रखा । विनोद शंकर ने जिले के जंगली और पिछड़े इलाकों में व्याप्त बाल मजदूरी की समस्या के बारे में बताया। एमपी सिन्हा ने बच्चों के बचपन की रक्षा, विकास, सहभागिता और सुरक्षा के आधिकारों की चर्चा की। उन्होंने कहाकि आए दिन बाल विवाह, बाल मजदूरी, बाल यौन शौषण की घटनाएं होती रहती है।
इसे दूर करने में सिविल सोसाइटी को आगे आना होगा। उन्होंने समाज में विभिन्न प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम चलाकर बच्चों को शोषण से मुक्ति दिलाने की पहल की। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एमपी सिन्हा ने कार्यशाला का संचालन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन जीएल नरसिंहम, विनोद शंकर, एमपी सिन्हा, भावाननन्द और राष्ट्रपति से सम्मानित नन्दलाल सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस दौरान आईएलओ के नेशनल प्रोजेक्ट मैनेजर जी एल नरसिम्हन ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन विश्व के 16 देशों में बाल श्रम की समस्या को दूर करने के लिए प्रमुखता से काम कर रही है।
नवादा और जमुई जिलों का हुआ है चयन
राज्य सरकार ने नवादा और जमुई जिलों को बाल श्रम से मुक्त करने की लेकर आईएलओ को पहल करने की सिफारिश की है। इसके तहत जिले के एक होटल में बुधवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया था। आईएलओ के नेशनल प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि प्रारंभिक चरण में बालश्रम के आकलन करने को सांख्यिकीय सर्वे कराया जा रहा है। इसके लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने प्रोजेक्ट मैप 16 के बारे में विस्तार से बताया । कहाकि मैप के तहत बाल मजदूरी के खात्म करने के लिए आकलन , जागरुकता और नीति निर्धारण किया जाएगा।
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